FOSS क्या है?
FOSS का मतलब है "फ्री और ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर"। यह ऐसा सॉफ़्टवेयर है जिसे कोई भी उपयोग, संशोधित और साझा कर सकता है। आइए इसके दोनों हिस्सों को सरल शब्दों में समझें:
1. फ्री सॉफ़्टवेयर:
यहाँ "फ्री" का मतलब मुफ्त नहीं, बल्कि आज़ादी है। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ता:
- सॉफ़्टवेयर को किसी भी उद्देश्य के लिए उपयोग कर सकते हैं।
- इसे दूसरों के साथ बाँट सकते हैं।
- इसका अध्ययन कर सकते हैं और समझ सकते हैं कि यह कैसे काम करता है।
- इसे सुधार सकते हैं और अपनी ज़रूरत के अनुसार बदल सकते हैं।
ज़रूरी नहीं कि यह हमेशा मुफ्त हो, लेकिन अधिकतर मामलों में यह बिना किसी शुल्क के उपलब्ध होता है।
2. ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर:
इसका अर्थ है कि सॉफ़्टवेयर का सोर्स कोड (जिससे इसे बनाया गया है) सबके लिए खुला होता है। इसका लाभ यह है कि:
- कोई भी देख सकता है कि सॉफ़्टवेयर कैसे काम करता है।
- इसे सुधारने और बेहतर बनाने के लिए कोई भी योगदान कर सकता है।
- यह एक समुदाय द्वारा विकसित होता है, जिससे पारदर्शिता और गुणवत्ता बढ़ती है।
FOSS का उद्देश्य साझेदारी, पारदर्शिता और सामुदायिक विकास को बढ़ावा देना है। इसके कुछ प्रसिद्ध उदाहरण हैं लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम, अपाचे वेब सर्वर, और मोज़िला फायरफॉक्स ब्राउज़र।
👉 FOSS का उपयोग करके आप न केवल पैसे बचा सकते हैं, बल्कि टेक्नोलॉजी को गहराई से समझने और सुधारने में भी योगदान दे सकते हैं।
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