20 Amazing Facts About Sambhaji Maharaj
छत्रपति संभाजी महाराज भारतीय इतिहास के महान योद्धाओं में से एक थे। उन्होंने मुगलों, पुर्तगालियों और अंग्रेजों के खिलाफ बहादुरी से संघर्ष किया। आइए जानते हैं संभाजी महाराज से जुड़े 20 रोचक तथ्य जो आपको प्रेरित करेंगे।
🔹 1. शिवाजी महाराज के उत्तराधिकारी
संभाजी महाराज छत्रपति शिवाजी महाराज के सबसे बड़े पुत्र और मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक थे।
🔹 2. 14 मई 1657 को हुआ था जन्म
संभाजी महाराज का जन्म पुरंदर किले (Purandar Fort), महाराष्ट्र में हुआ था।
🔹 3. बाल्यकाल में ही माता का निधन
जब संभाजी केवल 4 वर्ष के थे, तब उनकी माता सईबाई का देहांत हो गया।
🔹 4. कई भाषाओं के ज्ञाता
संभाजी महाराज को संस्कृत, मराठी, हिंदी, फारसी और कुछ यूरोपीय भाषाओं का गहरा ज्ञान था।
🔹 5. "बुद्धिभूषण" और "नखशिख" के लेखक
संभाजी महाराज ने संस्कृत में "बुद्धिभूषण" और "नखशिख" नामक ग्रंथ लिखे, जो उनकी विद्वता को दर्शाते हैं।
🔹 6. औरंगजेब से 8 वर्षों तक युद्ध
संभाजी महाराज ने 1681 से 1689 तक लगातार 8 वर्षों तक मुगलों से संघर्ष किया और उन्हें कई बार पराजित किया।
🔹 7. गुरिल्ला युद्धनीति के माहिर
उन्होंने अपने पिता शिवाजी महाराज की तरह गुरिल्ला युद्धनीति (Guerrilla Warfare) का उपयोग किया और मुगलों को भारी क्षति पहुँचाई।
🔹 8. अंग्रेजों को भी दी चुनौती
संभाजी महाराज ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को साफ चेतावनी दी थी कि वे मराठा मामलों में हस्तक्षेप न करें।
🔹 9. गोवा पर आक्रमण
संभाजी महाराज ने पुर्तगालियों को सबक सिखाने के लिए गोवा पर हमला किया और उन्हें भारी नुकसान पहुँचाया।
🔹 10. विश्वासघात के कारण पकड़े गए
फरवरी 1689 में, अपने ही सरदार गणेश गोसावी के विश्वासघात के कारण, मुगलों ने संभाजी महाराज को पकड़ लिया।
🔹 11. औरंगजेब के सामने झुकने से इनकार
मुगल सम्राट औरंगजेब ने संभाजी महाराज को इस्लाम अपनाने का प्रस्ताव दिया, जिसे उन्होंने सख्ती से ठुकरा दिया।
🔹 12. भयंकर यातनाएँ झेलीं
संभाजी महाराज को 40 दिनों तक भीषण यातनाएँ दी गईं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
🔹 13. अत्यंत क्रूर तरीके से हत्या
11 मार्च 1689 को औरंगजेब ने संभाजी महाराज की जीभ, आँखें और अंग कटवाकर उनकी निर्मम हत्या कर दी।
🔹 14. मराठाओं ने बदला लिया
संभाजी महाराज की मौत के बाद, मराठा साम्राज्य और अधिक शक्तिशाली हुआ और अंततः औरंगजेब की हार का कारण बना।
🔹 15. शाहू महाराज उनके पुत्र थे
संभाजी महाराज के पुत्र शाहू महाराज ने आगे चलकर मराठा साम्राज्य का नेतृत्व किया।
🔹 16. नौसेना को किया मजबूत
उन्होंने मराठा नौसेना को सशक्त किया और समुद्री हमलों के लिए उसे सक्षम बनाया।
🔹 17. 20 साल की उम्र में बने सेनापति
संभाजी महाराज मात्र 20 वर्ष की आयु में मराठा साम्राज्य के सेनापति बने।
🔹 18. तुलापुर में बनी समाधि
संभाजी महाराज की समाधि महाराष्ट्र के तुलापुर (Tulapur) में स्थित है।
🔹 19. मराठा साम्राज्य के लिए बड़ा योगदान
संभाजी महाराज के बलिदान ने मराठा साम्राज्य को भारत की सबसे शक्तिशाली ताकत बनाने में मदद की।
🔹 20. आज भी वीरता का प्रतीक
संभाजी महाराज का नाम आज भी स्वाभिमान, वीरता और बलिदान का प्रतीक माना जाता है।
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