GST रजिस्ट्रेशन किसे करना चाहिए? (Who Should Register for GST?)

GST रजिस्ट्रेशन प्रत्येक व्यापारी या व्यक्ति के लिए आवश्यक है, जो GST के तहत आने वाले नियमों और शर्तों को पूरा करता हो। यह प्रक्रिया व्यापारियों के लिए अनिवार्य होती है, ताकि वे सरकार द्वारा निर्धारित करदाताओं के रूप में कार्य कर सकें। रजिस्ट्रेशन करने से व्यापारियों को टैक्स क्रेडिट, जीएसटी रिटर्न फाइलिंग, और अन्य लाभ मिलते हैं।

यहाँ उन व्यक्तियों और व्यापारियों की सूची दी गई है, जिन्हें GST रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए:


1. व्यापारियों का वार्षिक टर्नओवर सीमा (Annual Turnover Limit):

यदि एक व्यापारी का टर्नओवर इन सीमाओं से अधिक है, तो GST रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है:

  • सामान व्यापार (Goods): ₹40 लाख
  • सेवाएं (Services): ₹20 लाख
  • विशेष श्रेणी राज्य (Special Category States): ₹20 लाख (सामान व्यापार के लिए) और ₹10 लाख (सेवाओं के लिए)
    • विशेष श्रेणी राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, जम्मू-कश्मीर, उत्तर-पूर्वी राज्य, आदि शामिल हैं।


2. ई-कॉमर्स ऑपरेटर (E-commerce Operators):

यदि कोई व्यक्ति या व्यवसाय ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म पर उत्पाद बेचता है, तो उसे GST रजिस्टर करना अनिवार्य है, चाहे उसकी टर्नओवर सीमा कितनी भी हो। उदाहरण: Amazon, Flipkart पर बेचने वाले विक्रेता।


3. रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म (RCM) के तहत करदाता:

जब व्यापारियों को रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म (RCM) के तहत टैक्स चुकाना पड़ता है (यानी विक्रेता की जगह खरीदार को टैक्स का भुगतान करना होता है), तो उन्हें GST रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। यह उन मामलों में लागू होता है, जैसे:

  • अनिवासी आपूर्तिकर्ताओं से सामान या सेवाएं खरीदना।
  • बिना पंजीकरण वाले विक्रेताओं से सामान खरीदना।


4. इंटर-स्टेट व्यापार (Inter-state Business):

व्यापारी जो एक राज्य से दूसरे राज्य में सामान या सेवाएं भेजते हैं, उन्हें GST रजिस्ट्रेशन कराना आवश्यक है। चाहे उनकी टर्नओवर सीमा छोटी हो, यदि वे अंतरराज्यीय व्यापार करते हैं, तो उन्हें रजिस्टर करना अनिवार्य है।


5. अन्य करदाताओं से पंजीकरण करवाने के लिए आवश्यकताएँ:

  1. ऑडिट और सरकारी सेवाओं के तहत कार्य:

    • यदि कोई व्यवसाय GST ऑडिट के लिए पात्र है, तो वह रजिस्ट्रेशन कराए।
  2. नॉन-रजिस्टर विक्रेता से खरीदारी:

    • यदि व्यापारी एक नॉन-रजिस्टर्ड विक्रेता से सामान खरीदता है और उसे रिवर्स चार्ज के तहत टैक्स देना होता है, तो उसे GST रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है।
  3. संस्था या गैर-लाभकारी संगठन:

    • यदि किसी संस्था का प्रोफेशनल कार्य, व्यवसाय, या सेवा GST के तहत आता है, तो उसे रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है।
  4. सीमित व्यक्तियों के लिए रजिस्ट्रेशन:

    • कुछ प्राकृतिक व्यक्तियों, जैसे प्रोफेशनल्स (चार्टर्ड अकाउंटेंट्स, एडवोकेट्स आदि) जिनकी सेवा GST के तहत आती है, उन्हें भी रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है।


6. अन्य विशेष परिस्थितियाँ (Other Specific Circumstances):

  1. ब्रांडेड उत्पाद बेचने वाले व्यापारी:
    यदि कोई व्यापारी ब्रांडेड सामान (जैसे घरेलू उत्पाद, कंस्यूमर्स गुड्स) बेचता है, तो भी उसे GST रजिस्टर करना पड़ सकता है।

  2. एग्रीकल्चर सेवा प्रदाता (Agriculture Service Providers):
    यदि कोई कृषि से संबंधित सेवाएं (जैसे कृषि उत्पादन, कृषि मशीनरी) प्रदान करता है और उसकी टर्नओवर सीमा अधिक है, तो उसे GST रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है।