GST के प्रकार (Types of GST)

GST को चार मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है, जो केंद्र और राज्य सरकारों के बीच राजस्व का समान वितरण सुनिश्चित करते हैं।


1. केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (CGST - Central Goods and Services Tax):

क्या है? (What is CGST?):

  • यह केंद्र सरकार द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाता है।
  • यह केवल राज्य के भीतर (Intra-State) होने वाले लेन-देन पर लागू होता है।

उदाहरण (Example):

  • यदि एक व्यापारी उत्तर प्रदेश में ही माल बेचता है, तो CGST लागू होगा।
  • CGST का हिस्सा केंद्र सरकार को जाता है।


2. राज्य वस्तु एवं सेवा कर (SGST - State Goods and Services Tax):

क्या है? (What is SGST?):

  • यह राज्य सरकार द्वारा वसूला जाने वाला कर है।
  • यह भी राज्य के भीतर (Intra-State) होने वाले लेन-देन पर लागू होता है।

उदाहरण (Example):

  • यदि उत्तर प्रदेश में एक व्यापारी उसी राज्य में माल बेचता है, तो SGST लागू होगा।
  • SGST का हिस्सा संबंधित राज्य सरकार को जाता है।


3. एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर (IGST - Integrated Goods and Services Tax):

क्या है? (What is IGST?):

  • यह केंद्र सरकार द्वारा अंतर्राज्यीय (Inter-State) और अंतरराष्ट्रीय (International) लेन-देन पर लगाया जाता है।
  • IGST के तहत राजस्व को केंद्र और संबंधित राज्य के बीच बांटा जाता है।

उदाहरण (Example):

  • यदि कोई व्यापारी उत्तर प्रदेश से महाराष्ट्र में माल भेजता है, तो IGST लागू होगा।


4. संघ राज्य क्षेत्र वस्तु एवं सेवा कर (UTGST - Union Territory Goods and Services Tax):

क्या है? (What is UTGST?):

  • यह केंद्र शासित प्रदेशों में वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाता है।
  • यह CGST के साथ ही लागू होता है।

किन क्षेत्रों में लागू होता है? (Where is it Applied?):

  • केंद्र शासित प्रदेश जैसे अंडमान और निकोबार द्वीप, लक्षद्वीप, चंडीगढ़, दमन और दीव।


CGST, SGST, IGST, और UTGST के बीच अंतर (Differences):

टैक्स का प्रकार लागू क्षेत्र वसूली करने वाला लागू लेन-देन
CGST पूरे भारत केंद्र सरकार राज्य के भीतर (Intra-State)
SGST संबंधित राज्य राज्य सरकार राज्य के भीतर (Intra-State)
IGST राज्यों के बीच केंद्र सरकार अंतर्राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय
UTGST केंद्र शासित प्रदेशकेंद्र सरकार राज्य के भीतर (Intra-State)


निष्कर्ष (Conclusion):

GST के इन प्रकारों ने भारत में कर प्रणाली को संगठित और पारदर्शी बना दिया है। CGST, SGST, IGST, और UTGST के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकारें अपनी आय प्राप्त करती हैं, जिससे देश की आर्थिक संरचना मजबूत होती है।