माउस" एक हार्डवेयर इनपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस के साथ संवाद स्थापित करने के लिए उपयोग होती है। माउस यूज़र को स्क्रीन पर किसी विशिष्ट स्थान को चुनने और विभिन्न कार्रवाईयों को कंप्यूटर पर नियंत्रित करने में मदद करता है।

माउस के मुख्य हिस्से:

  1. डायल (Dial): यह आमतौर पर माउस के ऊपर के हिस्से में होता है और इसका उपयोग व्यू या डॉक्यूमेंट की स्थिति को बदलने के लिए किया जा सकता है।
  2. बटन (Buttons): माउस में एक से ज्यादा बटन होते हैं, जो आमतौर पर दाएं, बाएं और मध्य में होते हैं। ये बटन विभिन्न कार्रवाईयों को क्रमबद्ध करने में मदद करते हैं, जैसे कि क्लिक करना, डबल-क्लिक करना, और अन्य कार्रवाईयाँ।
  3. स्क्रॉल व्हील (Scroll Wheel): इसे आमतौर पर माउस के बीच में पाया जाता है और इसका उपयोग लम्बे दस्तावेजों या वेब पृष्ठों को स्क्रॉल करने के लिए किया जाता है।
  4. लेजर या ऑप्टिकल सेंसर: इसका उपयोग माउस की गति को तय करने के लिए किया जाता है, जो माउस को सतह पर किसी भी दिशा में मोव करने से होती है।
कंप्यूटर माउस के कुछ रोचक तथ्य:

1. आविष्कार: कंप्यूटर माउस का आविष्कार 1960 के दशक में डगलस एंजेलबर्ट द्वारा किया गया था। इसे "X-Y पोजीशन इंडिकेटर" कहा गया था।
2. प्रथम माउस: पहले माउस लकड़ी का बना था और इसमें केवल एक बटन था।
3. नाम की उत्पत्ति: इसका नाम "माउस" इसलिए पड़ा क्योंकि यह छोटे जानवर माउस (चूहा) की तरह दिखता था, जिसकी पूंछ जैसी एक लंबी तार होती थी।
4. ऑप्टिकल माउस: 1980 के दशक में ऑप्टिकल माउस का विकास हुआ, जो प्रकाश का उपयोग करके माउस की स्थिति का निर्धारण करता है।
5. वायरलेस माउस: 1990 के दशक में वायरलेस माउस बाजार में आया, जिसने उपयोगकर्ताओं को अधिक स्वतंत्रता और लचीलापन दिया।

ये तथ्य कंप्यूटर माउस के विकास और उपयोग की रोचक जानकारी प्रदान करते हैं।